चंदन के फायदे, चमत्कारी गुणों से भरपूर है चंदन की लकड़ी
चंदन के फायदे (Chandan Ke Fayde): चंदन का पेड़ शुभ और सुगंधित और शीतल होने के साथ-साथ कई गुणों से भरा होता है। यह तापहारी तो है ही, साथ ही इस (लाल चंदन की लकड़ी) में कई चमत्कारी गुण भी होते हैं, जो व्यक्ति की समस्याओं का तत्काल निदान कर देते हैं, पर लाल चंदन की लकड़ी की कीमत आज बाज़ार में आसमान छू रही है। बहरहाल आइए जानते है चन्दन के फायदे के बारे में –
चंदन के फायदे (Chandan Ke Fayde)
चमत्कारी गुणों से भरपूर है चंदन
भारतीय वृक्षों में चंदन को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके वृक्ष अधिकांशतः दक्षिण भारत में पाए जाते हैं। चंदन का पेड़ बहुत सुगंधित और शीतल होता है। ऐसी मान्यता है कि इस पर सर्प लिपटे रहते हैं। इसे शीतलता प्रदायक और तापहर कहा जाता है। इसलिए गर्मी से उत्पन्न रोगों विशेषकर त्वचा रोग से संबंधित अनेक औषधियों में चंदन का प्रयोग किया जाता है। इसका प्रत्येक भाग उपयोगी होता है।
चंदन दो प्रकार का होता है
1. श्वेत चंदन
2. रक्त चंदन (लाल चन्दन)
वैदिक और तंत्र प्रयोगों में दोनों प्रकार के चंदन का प्रयोग होता है। रक्त चंदन का उपयोग शाक्य परंपरा में विशेष रूप से किया जाता है। इसके अलावा नित्य पूजा-अर्चना में चंदन का लेप मस्तक पर लगाया जाता है तथा हवन आदि अनुष्ठान में चंदन को समिध के रूप में प्रयुक्त किया जाता है। तंत्र शास्त्र में चंदन द्वारा अनेक महत्वपूर्ण प्रयोग मिलते हैं, जो अत्यंत चमत्कारी हैं।
चन्दन का तांत्रिक एवं वैदिक प्रयोग
- शुक्ल पक्ष में मंगलवार के दिन मंगल की होरा में लाल चंदन का पाउडर धन स्थान पर छिड़कने से धन में वृद्धि होने लगती है।
- लाल चंदन के लेप द्वारा भोजपत्र पर अपने जीवनसाथी का नाम लिखकर शहद की शीशी में डुबोकर रख दें। पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम सदैव बना रहेगा।
- केसर और चंदन की स्याही बनाकर कांसे की थाली में गायत्री मंत्र लिख दें। जब सूख जाए, तो उस थाली में शुद्ध जल डालकर गर्भवती महिला को पिलाने से प्रसव शीघ्र और सुखपूर्वक होता है।
- लाल चंदन को घिसकर दाएं हाथ की तर्जनी उंगली द्वारा इच्छित व्यक्ति का नाम पीपल के पत्ते पर लिख दें। सूख जाने पर उसे पीसकर जितने अक्षर उसके नाम के हो, उतनी गोलियां बनाकर लाल चमकीले वस्त्र में लपेट लें और रात्रिकाल उसे सिरहाने रखकर सो जाएं। ऐसा तीन रातों तक करें। चौथी रात उसे इच्छित व्यक्ति के निवास के सामने फेंक दें। इच्छित व्यक्ति आपके वश में हो जाएगा।
- रात्रिकाल तकिए के नीचे लाल चंदन रखकर सोने से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं।
- शुक्रवार के दिन सफेद रंग के पत्थर पर सफेद चंदन का तिलक लगाकर बहते पानी में प्रवाहित करने से शुक्र ग्रह की पीड़ा नष्ट हो जाती है।
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- बुधवार के दिन सफेद चंदन की जड़ को लोहे की ताबीज में भरकर नीले धागे द्वारा धारण करने से राहुजन्य उपद्रवों से मुक्ति मिल जाती है।
- पानी में रक्त चंदन का पूरा चूर्ण डालकर स्नान करने से मन में शक्ति और स्फूर्ति का संचार होता है।
- लाल चंदन को सिल पर घिसकर फूल वाली लौंग से पान के पत्ते पर उस अधिकारी का नाम लिखें, जिसने आपके विरुद्ध कार्यवाही की हो। अब पत्ते को सुखाकर उसे लौंग सहित खा लें। इससे नौकरी में अधिकारी द्वारा आप के खिलाफ की गई कार्यवाही समाप्त हो जाएगी।
- प्रत्येक मंगलवार को पीपल के पत्तों पर लाल चंदन द्वारा ‘राम’ लिखकर, उसे हनुमान जी के मंदिर में चढ़ा दें। ऐसा कुछ दिनों तक करने से व्यवसाय आदि में अपार सफलता प्राप्त होती है।
- सोमवार के दिन लाल चंदन की स्याही द्वारा दाएं हाथ की तर्जनी उंगली से भोजपत्र पर उस अधिकारी का नाम लिखें, जिसने आप को चार्जशीट दी है। भोजपत्र के सूख जाने पर उसे पीसकर उतनी गोलियां बनाएं, जितने अक्षर उस अधिकारी के नाम में हों। फिर उन गोलियों को लाल सूती कपड़े में बांधकर सिरहाने रखकर तीन रात सोएं। चौथी रात उसे उस अधिकारी के निवास के सामने फेंक दें। आपको दी गई चार्जशीट का मामला समाप्त हो जाएगा।
- शुक्ल पक्ष में चंदन द्वारा माथे पर तिलक लगाने से आय के साधन बढ़ जाते हैं। नरक चतुर्दशी के दिन लाल चंदन के साथ लाल गुलाब के पांच फूल और रोली को लाल कपड़े में बांधकर उसकी पूजा करके तिजोरी में रख दें। धन की वृद्धि होने लगेगी।
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अस्वीकरण – इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Mandnam.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले, कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।