शिव भक्ति कैसे करें? सच्ची भक्ति से मिलेगा शिव प्रसाद

शिव भक्ति कैसे करें (Shiv Bhakti Kaise Karen): बम भोले की कृपा दृष्टि आपके ऊपर, हमेशा बनी रहे, तो इसके लिए आराधना भी जरूरी है। तो आइए जानें राशि अनुसार भगवान शिव की पूजा विधि के क्या हैं उपाय –

शिव भक्ति कैसे करें (Shiv Bhakti Kaise Karen)?

शिव भक्ति कैसे करें
Shiv Bhakti Kaise Karen ?

शिव को प्रसन्न करने के लिए कोई व्रत रखता है, तो कोई उनकी पूजा करता है। यानी उनकी कृपा पाने के लिए साधक तरह-तरह के उपाय करते हैं। कहते हैं, सच्ची निष्ठा से की गई पूजा का लाभ साधक को अवश्य मिलता है। शास्त्रों में शिव आराधना को लेकर कई चर्चाएं भी हैं, जिनमें से एक हैं राशि अनुसार शिव पूजा। यहां हर राशि वालों को अलग-अलग पूजा विधि बताई गई हैं। 

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मेष राशि

यदि आप मेष राशि के हैं और जीवन में आपको कारोबारी, पारिवारिक या स्वास्थ्य संबंधी समस्या है या किसी प्रकार की मानसिक समस्या अथवा तनाव है तो शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर पूजा करते समय लाल चंदन से शं लिखें और फिर उसी लाल चंदन से 108 बेलपत्र पर ऊं शं लिखें। ऊं नमो शिवाय का जाप करते हुए बेलपत्रों को शिवलिंग पर अर्पित करें और जल में कच्चा दूध और लाल चंदन मिला कर शिव का अभिषेक करें। प्रसाद के रूप में गेहूं के आटे का चूरमा बनाएं और लोगों को बांटें। इससे अनुकूल फल की प्राप्ति होती है।

वृषभ राशि 

इस राशि के जातक को अपने कार्य में सफलता के लिए शिवलिंग पर सफेद चंदन से ऊं उसके बाद बेलपत्र के ऊपर सफेद चंदन से ऊं लिखें। सबसे पहले जल से हर-हर महादेव का जाप करते हुए जलाभिषेक करें। फिर शिवलिंग पर दही, सादे जल, शहद, सादा जल, शक्कर-बूरा आदि से बारी-बारी से अभिषेक करें। इसके बाद पुनः जल से, फिर दूध मिश्रित जल की धारा के साथ बारह ज्योतिर्लिंगों के मंत्रों का उच्चारण करें। इसके बाद सफेद चंदन से भगवान शिव के त्रिपुण्ड बनाएं और हरसिंगार का इत्र लगाएं। इस प्रकार का अभिषेक करने से आपकी जीवन की सारी समस्याओं का निवारण होगा।

मिथुन राशि

इस राशि के जातक को कारोबार, स्वास्थ्य और परिवार के लिए महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर शहद में केसर घोल कर शिवलिंग पर तिलक करना चाहिए और लघुमृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए शहद से अभिषेक करें। इससे आर्थिक समस्याओं का निवारण हो जाएगा। शहद से स्नान कराते समय ॐ नमः शिवाय करालं महाकाल कालं कृपालं ऊं नमः मंत्र का भी जाप करें। शिव पूजन के उपरांत गाय को हरी घास अवश्य डालें, इससे शीघ्र फल की प्राप्ति होगी।

कर्क राशि 

इस राशि वालों को जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या हो तो उन्हें महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग को जल में दूध, दही, गंगाजल और मिश्री मिलाकर ऊं चंद्रमौलीश्वर नमः इस मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें। ऐसा करने से उनके पास कभी भी समस्या नहीं आएगी।

सिंह राशि 

इन राशि के लोग कारोबार, परिवार, राजनीति या स्वास्थ्य को लेकर परेशान हैं तो उन्हें शिवपूजा में शिवलिंग को शुद्ध घी से स्नान कराने के बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके अलावा इस दिन गुड़ और तांबा बहते पानी में प्रवाहित करें।

कन्या राशि 

इन राशि के जातक यदि व्यापार में परेशानी, अचानक अपयश, मान-सम्मान की हानि या स्वास्थ्य में प्रतिकूलता महसूस करते हैं तो इन्हें शिवलिंग पर दूध, घी और शहद से पाशुपति स्त्रोत का पाठ करते हुए अभिषेक करना चाहिए। अभिषेक करते समय नमः शिवाय का जाप करें तो उत्तम फल मिलेगा।

तुला 

राशि के लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या से बचने के लिए भगवान शिव को दही और गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए। अभिषेक के उपरांत गरीबों को भोजन करा कर सफेद वस्त्रों का दान देना शुभ रहेगा। इस दिन तुलसी के पौधे के आगे घी का दीपक जलाना बहुत ही अच्छा रहेगा।

वृश्चिक 

राशि वालों को यदि कारोबार में समस्या है, शरीरिक कष्ट है, शत्रु परेशान कर रहें हैं तो जल में दूध एवं शहद मिलाकर शिव गायत्री का जाप करते हुए अभिषेक करना चाहिए। अभिषेक के बाद लाल चंदन से तिलक करें और लाल चंदन से 108, बेलपत्र पर ऊं नम: शिवाय लिख कर बेलपत्र भगवान शिव को अर्पित करें।

धनु 

राशि के जातकों को आर्थिक सफलता, पारिवारिक मंगल और आरोग्यता के लिए सदैव शिवलिंग पर कच्चे दूध में केशर, गुड़ और हल्दी मिलाकर ऊं नमः शिवाय, ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः ऊं नमः शिवाय, मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करना चाहिए। अभिषेक के बाद केसर व हल्दी से तिलक करें और पीले पुष्प अर्पित करें। विद्यार्थी यदि ये उपाय करते हैं तो विद्या में लाभ प्राप्त होगा। माथे पर हल्दी और केसर का तिलक करना शुभ रहेगा।

मकर 

राशि के जातकों को यदि शत्रु बाधा हो, मानसिक कष्ट रहते हों अथवा कार्यों में विघ्न आते हों तो सरसों के तेल से शिवलिंग पर तैलाभिषेक करना चाहिए। अभिषेक करते समय नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजं, छाया मार्तण्ड सम्भूतं तम नमामी शनैश्चरं मंत्र का जाप करना चाहिए। अभिषेक के बाद नारियल का जल शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए साथ ही नीले पुष्प भी अर्पित करने चाहिए।

कुंभ 

राशि के जातकों को यदि कार्य हानि हो, पारिवारिक कष्ट रहते हों, धन हानि होती हो तो महाशिवरात्रि के दिन घी, शहद, शक्कर और बादाम के तेल से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें। उसके बाद पुनः जल स्नान कराने के बाद केसर से तिलक करें और 108 बार ऊं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करते हुए सरसों के तेल से पुनः अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन की सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी और कष्टों से छुटकारा मिलेगा।

मीन 

राशि वालों को शिवलिंग को कच्चे दूध में केशर और गंगाजल मिलाकर स्नान कराना चाहिए। स्नान के बाद केसर और हल्दी से तिलक करें। स्नान कराते समय ऊं नमो शिवाय गुरु देवाय नमः का जाप करना चाहिए। इस उपाय को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं। किसी भी काम पर जाने के पहले केसर का तिलक करके जाएं और नाभि में भी केसर लगाएं।

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