करें कुंडली में अशुभ ग्रह की पहचान, और जानिए अशुभ ग्रह के उपाय
कुंडली में अशुभ ग्रह की पहचान (Kundli Me Ashubh Grah Ki Pahchan): अशुभ ग्रह के उपाय – कभी कभी जाने अनजाने में हम अनेक परेशानियों से घिर जाते है। जैसे कभी बीमार पड़ जाते है और बहुत उपचार करवाने के बाद भी ठीक नहीं होते है तो ये सब अशुभ ग्रहो के प्रभाव का असर हो सकता है, तो आईये आज जानते है किस ग्रह के प्रतिकूल होने पर हमारे जीवन पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है? और उससे बचने के उपाय क्या है?
कुंडली में अशुभ ग्रह की पहचान (Kundli Me Ashubh Grah Ki Pahchan)
कुंडली में अशुभ ग्रह की पहचान
क्या करें जब सूर्य अशुभ हो, जानिए सरल उपाय
सूर्य धरती का जीवनदाता, लेकिन एक क्रूर ग्रह है, वह मानव स्वभाव में तेजी लाता है। यह ग्रह कमजोर होने पर सिर में दर्द, आंखों का रोग तथा टाइफाइड आदि रोग होते हैं। किन्तु अगर सूर्य उच्च राशि में है, तो सत्ता सुख, पदार्थ और वैभव दिलाता है।
अगर सूर्य के गलत प्रभाव सामने आ रहे हो तो सूर्य के दिन यानी रविवार को उपवास तथा माणिक्य लालड़ी तामड़ा अथवा महसूरी रत्न को धारण किया जा सकता है।
सूर्य को अनुकूल करने के लिए मंत्र- ‘ॐ हाम् हौम् सः सूर्याय नमः’ का एक लाख 47 हजार बार विधिवत जाप करना चाहिए। यह पाठ थोड़ा-थोड़ा करके कई दिन में पूरा किया जा सकता है।
क्या करें जब चंद्रमा अशुभ हो, जानिए सरल उपाय
चंद्रमा एक शुभ ग्रह है लेकिन उसका फल अशुभ भी होता है। यदि चंद्रमा उच्च है तो व्यक्ति को अपार यश और ऐश्वर्य मिलता है, लेकिन अगर नीच का है तो व्यक्ति खांसी, नजला, जुकाम जैसे रोगों से घिरा रहता है।
चंद्रमा के प्रभाव को अनुकूल करने के लिए सोमवार का व्रत तथा सफेद खाद्य वस्तुओं का सेवन करना चाहिए। पुखराज और मोती पहना जा सकता है।
चंद्र को अनुकूल करने के लिए मंत्र- ‘ॐ श्राम् श्रीम् श्रौम् सः चंद्राय नमः’ का 2 लाख 31 हजार बार जप करना चाहिए।
क्या करें जब मंगल अशुभ हो, जानिए सरल उपाय
यह महापराक्रमी ग्रह है। कर्क, वृश्चिक, मीन तीनों राशियों पर उसका अधिकार है। यह लड़ाई-झगड़ा, दंगा-फसाद का प्रेरक है। इससे पित्त, वायु, रक्तचाप, कर्ण रोग, खुजली, उदर, रज, बवासीर आदि रोग होते हैं।
अगर कुंडली में मंगल नीच का है तो तबाही कर देता है। बड़ी-बड़ी दुर्घटनाएं, भूकंप, सूखा भी मंगल के कुप्रभावों के प्रतीक माने जाते हैं।
अगर मंगल उच्च का है तो वह व्यक्ति कामक्रीड़ा में चंचल, तमोगुणी तथा व्यक्तित्व का धनी होता है। वे अथाह संपत्ति भी खरीदते हैं। मंगल का प्रभाव अनुकूल करने के लिए मूंगा धारण किया जा सकता है। तांबे के बर्तन में खाद्य वस्तु दान करने से लाभ होता है।
मंगल को अनुकूल करने के लिए मंत्र- ‘ॐ क्रम् क्रीम् क्रौम सः भौमाय नमः’ का जाप 2 लाख 10 हजार बार करने से लाभ हो सकता है।
क्या करें जब बुध अशुभ हो, जानिए सरल उपाय
बुध जब अशुभ फल देता है, तो जातक के दांत झड़ने लगते है। सूंघने की शक्ति क्षीण होने लगती है। संभोग शक्ति क्षीण हो जाती है एवं बोलते समय जातक हकलाने लगता है।
सरल-उपाय
बुधवार का व्रत रखें।
हिजड़ों को हरे वस्त्र एवं हरी चूड़ी का दान करें।
दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
साबुत हरे मूंग का दान करें।
पन्ना या हरा ऑनेक्स कनिष्ठिका में धारण करें।
तोते की सेवा करें।
दांत साफ रखें।
ॐ बुं बुधाय नम: का जाप करें।
कांस्य-पात्र (कांसे का बर्तन), हरा-वस्त्र, घी, पन्ना, कपूर, शास्त्र, फूल, फल एवं दक्षिणा बुधवार को दान करें।
क्या करें जब गुरु अशुभ हो, जानिए सरल उपाय
गुरु जब अशुभ फल देने लगता है, तो जातक की शिक्षा में रूकावट आ जाती है, सोने की चोरी हो सकती है, चोटी के स्थान के बाल उड़ जाते है एवं मान-सम्मान घटने लगता है।
सरल-उपाय
गुरुवार का व्रत रखें।
मस्तक पर केसर का या पीला तिलक लगाएं।
पीपल की जड़ में जल चढ़ाएं।
साधु अथवा ब्राह्मणों की सेवा करें व उनका आशीर्वाद धारण करें।
पुखराज या सुनहला तर्जनी अंगुली में पहनें।
हरिवंश-पुराण का पाठ करें।
पीले फूल वाले पौधे घर के बगीचे में लगाएं।
ॐ बृं बृहस्पते नम: का जाप करें।
पीला-अनाज, पीला-वस्त्र, स्वर्ण, घी, पीला-फूल, पीला-फल, पुखराज, हल्दी, पुस्तक, शहद, शक्कर, छाता एवं दक्षिणा गुरुवार के दिन दान करें।
क्या करें जब शुक्र अशुभ हो, जानिए सरल उपाय
शुक्र जब अशुभ फल देता है, तो जातक का अंगूठा बिना किसी बीमारी के बेकार हो जाता है। स्वप्न-दोष बार-बार होने लगता है एवं त्वचा में विकार (त्वचा संबंधी रोग) होने लगता है।
सरल-उपाय
शुक्रवार का व्रत रखें।
अपने भोजन में से गाय को खिलाएं।
लक्ष्मी की उपासना करें।
सफेद एवं साफ वस्त्र पहनें।
घी, दही, कपूर एवं मोती का दान करें।
दूसरों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी लें।
हीरा, स्फटिक अथवा अमेरिकन डायमंड मध्यमिका अंगुली में धारण करें।
ॐ शुं शुक्राय नम: का जाप करें।
सफेद-चंदन, सफेद-चावल, सफेद-वस्त्र, सफेद-चित्र, सफेद-फूल, चांदी, हीरा, घी, स्वर्ण, दही, सुगंधित-द्रव्य एवं शक्कर के साथ दक्षिणा रखकर किसी कन्या या एक आंख वाले को शुक्रवार के दिन दान करें।
क्या करें जब शनि अशुभ हो, जानिए सरल उपाय
शनि जब अशुभ फल देने लगता है, तो जातक को घर की परेशानी आती है। शनि अशुभ होने से घर गिरने की स्थिति भी आ सकती है। जातक के शरीर के बाल भी झड़ने लगते हैं। विशेषकर भौंह के बाल झड़ने लगे, तो समझना चाहिए कि शनि अशुभ फल दे रहा है।
सरल उपाय
शनिवार का व्रत करें।
रोटी में तेल लगाकर कुत्ते या कौए को खिलाएं।
नीलम अथवा जामुनिया मध्यमा अंगुली में पहनें।
सांप को दूध पिलाएं।
लोहे का छल्ला जिसका मुंह खुला हो मध्यमा अंगुली में पहनें।
नित्य प्रतिदिन भगवान भोलेनाथ पर काले तिल व कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए।
यदि पीपल वृक्ष के नीचे शिवलिंग हो तो अति उत्तम होता है।
सुंदरकांड का पाठ सर्वश्रेष्ठ फल प्रदान करता है।
संध्या के समय जातक अपने घर में गूगल की धूप देवें।
चींटियों को गोरज मुहूर्त में तिल डालना।
अधिकारी या बड़ों की उपासना करें।
भैरव की उपासना करें।
नीलम, काली-तिल, उड़द, तेल, काले-फूल, लोहे की कील, जूता, स्वर्ण एवं दक्षिणा शनिवार के दिन शनि मंदिर या किसी गरीब को दान करें।
विशेष- काली गाय का दान करने से भी शनि शुभ फल देने लगता है।
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