दीपक के टोटके, दीपक जलाने के नियम और जाने घर में दीपक जलाने से होने वाले सकारात्मक प्रभाव
दीपक के टोटके (Deepak Ke Totke): दीपक को ज्ञान, प्रकाश और सकारत्मकता का प्रतीक माना जाता है। मानव जीवन की आर्थिक और शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिए भी देवी देवताओं के समक्ष दीपक प्रज्वलित करने का विधान सनातन धर्म में बताया गया है। जिससे मानव जीवन में बहुत सकारत्मक लाभ की प्राप्ति होती है। परन्तु क्या आप जानते हैं कि किस देवता की प्रसन्नता के लिए कितनी बत्तियों वाला दीपक प्रज्वलित करने से क्या लाभ होगा?
दीपक के टोटके (Deepak Ke Totke)
पूजा करते समय दीपक प्रज्वलित करने का विधान सनातन धर्म में बहुत प्राचीन काल से चला आ रहा है।
क्योंकि दीपक प्रज्वलित होते ही सर्वप्रथम अंधकार को मिटा देता है और फिर वहां की नकारात्मकता स्वतः ही नष्ट हो जाती है।
आपको बता दें कि आराधना करने के क्रम में अलग अलग देवी देवताओं की प्रसन्नता और कृपा प्राप्त करने के लिए दीपक जलाने के नियम भिन्न भिन्न होते है –
दीपक जलाने के नियम
कुछ दीपक के टोटके/ उपाय नीचे दिए गए हैं। जिसे अपनाकर आप अपने जीवन की सभी आर्थिक और शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
- मनोकामना पूर्ति और घर की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनाये रखने के लिए, भगवान गणेश के सामने तीन मुखी दीपक जलाएं।
- धन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए देवी लक्ष्मी के सामने सात मुखी दीपक जलाएं।
- यदि आपका सूर्य ग्रह कमजोर है तो उसे बलवान बनाने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें और उसके साथ सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए नित्य शुद्ध देशी गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए।
- शत्रुओं और विरोधियों के पराभव के लिए भैरव जी के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाने से लाभ होगा।
- मां दुर्गा या काली की प्रसन्नता के लिए गाय के घी में एक मुखी दीपक जलाना चाहिए।
- भोले बाबा की कृपा प्राप्ति के लिए आठ या बारह मुखी पीले सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
- भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए गाय के घी का सोलह बत्तियों वाला दीपक जलाने से लाभ होता है।
- हनुमान जी की प्रसन्नता के लिए तिल के तेल की आठ बत्तियों वाला दीपक जलाना अत्यंत लाभकारी होता है।
- शनि की साढ़ेसाती और ढैया से पीड़ित लोगों को शनि मंदिर में शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए और सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
- पति के जीवन और स्वास्थ्य के लिए महुआ तेल का दीपक जलाने से अल्पायु योग भी नष्ट होता है।
- विद्या में सफलता पाने के लिए सरस्वती जी की पूजा करें और दो मुखी घी का दीपक जलाने से शुभ फल मिलता है।
- पूजा थाली या आरती के समय एक साथ कई प्रकार के दीपक जलाए जा सकते हैं।
- संकल्प के साथ किये जाने वाले अनुष्ठान या साधना में अखण्ड ज्योति जलाने का प्रावधान है।
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