मनी मंत्र चाहिए – तो दुनिया के इन महान बिजनेसमैनों की सीख को अपने जीवन में शामिल कर लें।
मनी मंत्र चाहिए (Money Mantra Chahiye) – तो आइये जानते है, अमीरों का मनी मंत्र – अमीर और सफल बनना चाहते हैं, तो हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया के अमीर लोगों का मनी मंत्र। यह धन मंत्र हम सभी के काम आ सकता है।
Money Mantra Chahiye – मनी मंत्र चाहिए, तो जानिए अमीरों का मनी मंत्र
मनी मंत्र चाहिए – तो दुनिया के इन महान बिजनेसमैनों की सीख को अपने जीवन में शामिल कर लें।
एलोन मस्क
दुनिया के सबसे अमीर आदमी Elon Musk का मनी मंत्र है कभी हार न मानने, मेहनत करने और जुनून का पालन करने की जिद। अंतरिक्ष में रॉकेट भेजने के मस्क के पहले दो प्रयास विफल रहे। उनके पास केवल एक और लॉन्च का पैसा बचा था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने तीसरे प्रयास में सफल रहे।
जेफ बेजोस
Amazon के फाउंडर जेफ बेजोस ने कंपनी की शुरुआत एक गैरेज से की थी। उनके धन मंत्र नवाचार हैं, जिससे वे कभी पीछे नहीं हटते। बेजोस के इनोवेटिव होने का ही नतीजा है, कि वह अमेजन को इस मुकाम तक ले जाने में सफल रहे। उन्होंने ऐसे समय में क्लाउड सेवा में भी हाथ आजमाया, जब इसकी एबीसी बहुत कम लोग जानते थे।
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बिल गेट्स
बिल गेट्स खुद को टेक्नोक्रेट कहते हैं और उनका मानना है कि टेक्नोलॉजी के जरिए दुनिया को और भी बेहतर बनाया जा सकता है। गेट्स कहते हैं कि जल्द से जल्द शुरूआत करें। बिल गेट्स ने महज 13 साल की उम्र में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग शुरू कर दी थी। 1986 में गेट्स अरबपतियों की सूची में शामिल हो गए।
मार्क जुकरबर्ग
मार्क जुकरबर्ग का पैसा मंत्र जोखिम लेने की उनकी आदत है। जुकरबर्ग का मानना है कि जोखिम न लेने की आदत सफलता में बाधा का काम करती है। इसलिए तेजी से भागती दुनिया में जोखिम उठाना जरूरी है। लोग परवाह नहीं करते कि आप क्या कहते हैं, वे परवाह करते हैं कि आप क्या बनाते हैं।
वारेन बफे
वैल्यू इन्वेस्टिंग, दुनिया के अग्रणी निवेशक वॉरेन बफेट का धन मंत्र है। यानी वे ऐसी कंपनियों में लंबे समय तक निवेश करते हैं जिनके फंडामेंटल अच्छे हैं और शेयर की कीमत कम है। बफेट का मानना है कि अंत में वही शेयर रिटर्न देते हैं जिनकी गुणवत्ता अच्छी होती है। निवेश की इस शैली के कारण ही बफेट इतने सफल हैं।
मुकेश अंबानी
भीड़ से हटकर सोचना एक सफल व्यक्ति की निशानी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की भी यही खूबी है। इसी सोच के साथ मुकेश अंबानी ने टेलीकॉम इंडस्ट्री में कमाल कर दिया। उन्होंने भारत में बहुत महंगे इंटरनेट डेटा की समस्या को पहचाना और इसका समाधान करते हुए लोगों को सस्ते दामों पर डेटा सुलभ कराया।
शिव नादर
एचसीएल के संस्थापक शिव नादर ने आम आदमी से अरबपति बनने का सफर तय किया है। नादर ने 1976 में एचसीएल की स्थापना की। उन्होंने 1978 में पहला स्वदेशी कंप्यूटर बनाया। शिव नादर का मानना है कि लक्ष्य के बिना सफलता हासिल नहीं की जा सकती। इसलिए सपने देखें और अपना लक्ष्य निर्धारित करें और इस लक्ष्य को प्राप्त करने में जुट जाएं।
राधाकृष्ण दमानी
रिटेल चेन डी-मार्ट के संस्थापक और निवेशक राधाकृष्ण दमानी भी वॉरेन बफे की तरह वैल्यू इनवेस्टमेंट में विश्वास रखते हैं, और लंबी अवधि के लिए कंपनियों में निवेश करते हैं। दमानी जब निवेशक से उद्यमी बने, तो उन्होंने दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़कर डी-मार्ट बनाया। फिर उन्होंने धीरे-धीरे अपने स्टोर की संख्या बढ़ायी।
अजीम प्रेमजी
विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी कमाई करने और बांटने में विश्वास रखते हैं। प्रेमजी ने वित्त वर्ष 2020-21 में 9,713 करोड़ रुपये का दान दिया और एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2021 में पहले स्थान पर रहे। प्रेमजी का मानना है कि असफलता के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। हमेशा अपने मूल मूल्यों पर टिके रहें।
राकेश झुनझुनवाला
भारत के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का मनी मंत्र है फेयर वैल्यू, फंडामेंटल और फ्यूचर प्रॉस्पेक्ट। यानी शेयर की वैल्यूएशन कम होनी चाहिए। कंपनी के फंडामेंटल अच्छे होने चाहिए और कंपनी का फ्यूचर प्लान क्या है? इस पर फोकस होना चाहिए। झुनझुनवाला का मानना है, कि अगर किसी कंपनी में ये तीनों फैक्टर होंगे तो निवेश नहीं डूबेगा।
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