नार्मल डिलीवरी के लिए घरेलू उपाय, नॉर्मल डिलीवरी के लिए राजीव दीक्षित के बताये 3 घरेलू उपाय
नार्मल डिलीवरी के लिए घरेलू उपाय (Normal Delivery Ke Liye Gharelu Upay): राजीव दीक्षित जी ने गर्भवती महिला की नॉर्मल डिलीवरी कैसे होती है और गर्भवती महिला को नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करना चाहिए, को बहुत ही आसान तरीकों से समझाया है। तो आज हम आपको इस लेख में राजीव दीक्षित के द्वारा बताये गए 3 घरेलू उपाय बताएंगे, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
नार्मल डिलीवरी के लिए घरेलू उपाय
राजीव दीक्षित के अनुसार गर्भवती महिला की नॉर्मल डिलीवरी के 3 घरेलू उपाय –
ये तीन उपाय प्रेग्नेंसी में होने वाली दिक्कतों को दूर करने के साथ-साथ नॉर्मल डिलीवरी में भी मददगार होते हैं। सिजेरियन डिलीवरी मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक होती है। तो गर्भवती महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी के लिए आइए इस लेख के माध्यम से राजीव दीक्षित के अनुसार 3 घरेलू नुस्खों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. चक्की चलाना – प्रेगनेंसी योगा फॉर नार्मल डिलीवरी
गर्भवती महिलाओं के लिए चक्की चलाना एक अच्छा योग है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को रोजाना 15 मिनट तक चक्की चलानी चाहिए। जब गर्भवती महिलाएं हाँथ वाली चक्की चलाती हैं, तो उनका गर्भाशय बेहतर तरीके से काम करता है।
जो प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं की परेशानी को कम करने में मददगार साबित होता है। इसलिए राजीव दीक्षित के अनुसार गर्भवती महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी के लिए यह एक अच्छा योग है।
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2. गाय के दूध का सेवन
राजीव दीक्षित के अनुसार गर्भवती महिलाओं के लिए गाय के दूध का सेवन लाभकारी होता है। गाय के दूध में घी और हल्दी मिलाकर रोजाना रात को पीने से गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ उनके गर्भस्थ शिशु को भी फायदा होता है।
गाय के दूध में घी और हल्दी मिलाकर पीने से गर्भ में पल रहे बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के साथ-साथ गर्भवती महिला की भी कमजोरी दूर होती है। इसके अलावा दूध में घी मिलाकर पीने से प्रसव के समय होने वाली परेशानी कम हो जाती है। जिससे गर्भवती महिला की नॉर्मल डिलीवरी में मदद मिलती है।
3. चूने का सेवन
गर्भवती महिलाओं के लिए चूने का सेवन फायदेमंद होता है। चूने में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। जो गर्भवती महिलाओं में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है और हड्डियों को लचीला बनाने में मदद करता है। हड्डियां लचीली हों तो शरीर भी लचीला होता है। जब शरीर लचीला होता है तो बच्चा आसानी से गर्भ से बाहर निकल आता है।
इसलिए चुने को एक गेहूं के दाने बराबर या एक चुटकी चुने का पानी, दाल, सब्ज़ी, छाछ और दही के साथ मिलाकर सेवन किया जा सकता है। राजीव दीक्षित के अनुसार अगर कोई गर्भवती महिला लगातार 9 महीने तक थोड़ा सा चूने का सेवन करे तो उस गर्भवती महिला की नॉर्मल डिलीवरी होती है।
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अस्वीकरण – इस लेख में दी गई जानकारियों पर Mandnam.com यह दावा नहीं करता कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले, कृपया संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।