रामायण मंत्र का करो ध्यान, मिलेगी विद्या होगा कल्याण
रामायण मंत्र (Ramayan Mantra): पढ़ाई में सफलता पाने के लिए मस्तिष्क को एकाग्र करना जरूरी होता है और ऐसा करने के लिए रामायण मंत्र एवं हनुमान चालीसा का प्रयोग करना श्रेयस्कर हो सकता है, खासकर विद्यार्थियों के लिए …
रामायण मंत्र (Ramayan Mantra)
कई बार विद्यार्थी पढ़ाई से बोर होने लगते हैं। उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता है। दरअसल इसका सबसे बड़ा कारण होता है, उनके दिमाग का विचलित होना और पढ़ाई के लिए जरूरी है कि ध्यान केंद्रित रहे। इसलिए विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगा रहे तथा वह परीक्षा में उत्तीर्ण होते हुए निरंतर प्रगति करते रहें, इसके लिए कुछ अनुभूत प्रयोग
1. रामायण मंत्र का प्रयोग
विद्यार्थी प्रतिदिन एक निश्चित समय में एकांत कमरे में बैठकर चाहे रुद्राक्ष की माला हो, या उंगलियों से गिनकर ही सही 108 बार इस मंत्र –
गुरु गृहे गए पढ़न रघुराई। अल्प काल विद्या सब आई ।।
का जाप करें, तो उनके मस्तिष्क को एकाग्र होने में मदद मिलती है। यदि मंत्र याद हो जाए, तो आंखें बंद करते हुए मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप के बाद पूरे चेहरे पर अपनी हथेलियों को फिरे, फिर धीरे-धीरे आंखें खोलें। मन प्रसन्न रखें। मन में यह भावना रखें कि आपकी प्रार्थना प्रभु ने स्वीकार कर ली है।
2. हनुमान चालीसा का प्रयोग
विद्यार्थियों के लिए हनुमान की पूजा सदा लाभकारी मानी जाती है। पर पढ़ाई में मन ना लगे, तो यह प्रयोग अच्छे परिणाम दे सकता है। यदि गुग्गल की धूप या अगरबत्ती मिल जाए, तो इसे प्रतिदिन जप के समय जलाइए। सामने एक कटोरी में जल रखें, उसमें चार किशमिश डाल दें। इस मंत्र
बल, बुद्धि, विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार।
का जाप करें। 20 दिन तक नियमित रूप से जप करने के उपरांत जल एवं किशमिश प्रसाद समझकर स्वयं खाएं अपने अन्य विद्यार्थी भाई-बहनों में एक एक बांट दें। 20 दिन के भीतर ही परिणाम सामने आने लगेंगे। आप का मन पढ़ाई में लगेगा। स्मरण शक्ति बढ़ने लगेगी। ध्यान रहे कि जब तक आपको मनोनुकूल परिणाम न मिल जाए, तब तक प्रयोग करते रहें।
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