शिकाकाई के फायदे और नुकसान, जाने शिकाकाई बालों में कैसे लगाएं
शिकाकाई के फायदे और नुकसान (Shikakai Ke Fayde Aur Nuksan): शिकाकाई आमतौर पर भारत में पाई जाती है और पारंपरिक रूप से हमारे देश के कई हिस्सों में बालों को साफ करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं शिकाकाई आपके बालों के लिए कैसे फायदेमंद है और इसे कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है –
(Shikakai Ke Fayde Aur Nuksan) शिकाकाई के फायदे और नुकसान
शिकाकाई क्या है?
आयुर्वेद के अनुसार शिकाकाई एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो न सिर्फ बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद है, बल्कि कई बीमारियों के इलाज में भी इस पेड़ के पत्ते, फल, छाल आदि का इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। शिकाकाई का वैज्ञानिक नाम एकेशिया कॉनसिना (Acacia Concinna) है। इसका पेड़ तेजी से बढ़ने वाला और छोटे-छोटे कांटों से भरा होता है जो मध्य और दक्षिण भारत के गर्म मैदानों में पाया जाता है।
शिकाकाई में मौजूद पोषक तत्व
इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो बालों के स्वास्थ्य और बालों को मजबूत बनाने का काम करते हैं।इस जड़ी बूटी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो त्वचा की कई समस्याओं जैसे एक्जिमा संक्रमण, खुजली संक्रमण आदि से बचाने में मदद करते हैं।
इसकी उपलब्धता कच्ची शिकाकाई (जैसे फली, पत्ते, या छाल), पाउडर, शैम्पू और तेल आदि के रूपों में हो सकती है।
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शिकाकाई का प्रयोग
1. शिकाकाई बालों का झड़ना कम करता है
पोषण की कमी के कारण बाल कमजोर हो जाते हैं और टूटने या गिरने लगते हैं। जहां, शिकाकाई सिर की त्वचा को साफ करती है, वही इसमें मौजूद विटामिन सीधे बालों की जड़ों तक पहुंच सकते हैं, जिससे बालों का गिरना कम हो जाता है।
2. बालों को लंबा करने में सहायक
बालों के लिए शिकाकाई का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह बालों के विकास में बहुत मदद करता है और उन्हें मजबूत बनाता है। इसका उपयोग मेंहदी पाउडर और दही के साथ भी किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता बढ़ जाती है। इसमें मौजूद एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण बालों की समस्याओं को दूर कर उनकी ग्रोथ में मदद करते हैं।
3. रूखे बालों के लिए फायदेमंद
खराब लाइफस्टाइल और प्रदूषित वातावरण के कारण हमारे बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। लेकिन, शिकाकाई बालों के प्राकृतिक तेल को खोए बिना स्कैल्प और बालों को साफ करने का काम करती है। जिससे बालों की जड़ों को पर्याप्त पोषण मिलता है और वे चमकदार और खूबसूरत बनते हैं।
4. डैंड्रफ से छुटकारा
सिर की त्वचा की कोशिकाओं को पोषण नहीं मिलने से वे नष्ट होने लगती हैं। लेकिन, शिकाकाई पोषण प्रदान करके कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है और खोपड़ी को धूल और अतिरिक्त तेल से साफ रखता है। जिससे डैंड्रफ की समस्या नहीं होती है।
5. सिर की त्वचा के लिए लाभदायक
यह सिर की त्वचा का पीएच स्तर बनाए रखने में मदद करता है। जिससे स्कैल्प की जलन से राहत मिलती है और सिर की त्वचा स्वस्थ बनी रहती है जो कि वास्तव में स्वस्थ बालों के विकास की नींव है। शिकाकाई में ढेर सारे एंटी-सेप्टिक गुण मौजूद होते हैं जो स्कैल्प के खोए हुए स्वास्थ्य को वापस लाने में भी मदद करते है।
6. बालों के जड़ों के पोषण के लिए लाभदायक
शिकाकाई आवश्यक विटामिन का एक उत्कृष्ट स्रोत है और एंटीऑक्सिडेंट का भी एक उत्कृष्ट स्रोत है जो बालों में मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे बालों की जड़ों में भरपूर पोषण मिलता है और वो मज़बूत होते है, साथ ही यह स्कैल्प में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाकर बालों के विकास में भी मदद करता है।
7. सफेद बालों की समस्या की रोकथाम में सहायक
यह बालों के सफेद होने की प्राकृतिक प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। यह बालों के समय से पहले सफेद होने की समस्या को भी प्रभावी ढंग से दूर करता है। कलर करने से पहले अगर बालों को शिकाकाई से धोया जाए तो बाल बेहतर तरीके से रंग को सोख पाते हैं।
8. जूँ को रोकता है
सिर में जुओं की समस्या से ज्यादा कोई दूसरी समस्या किसी व्यक्ति को परेशान नहीं कर सकती है। कई बार उचित देखभाल न करने या फिर संपर्क में आने के कारण भी जुओं की समस्या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में चली जाती है। जूँ की समस्या से छुटकारा पाने का एक आसान तरीका है शिकाकाई का इस्तेमाल। इसके नियमित इस्तेमाल से आप सिर की जुओं से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं।
9. घावों पर उपयोगी
शिकाकाई में मौजूद कूलिंग और एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण घाव से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करते हैं। अगर आपके घाव के आसपास सूजन, खुजली आदि समस्याएं हैं तो शिकाकाई के पानी से धोने से इन समस्याओं में आराम मिलता है।
10. इन समस्याओं पर भी होता है इस्तेमाल
- बालों की कंडीशनिंग के लिए उपयोग किया जाता है
- मलेरिया रोग में इसके पत्ते लाभकारी होते हैं
- बालों को सफ़ेद होने से रोकता है और उन्हें काला रखता है
- अपच और कब्ज जैसी पेट संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है
- बालों से जुओं को हटाने में मददगार
- त्वचा पर मुंहासों और फुंसियों से छुटकारा पाने में मदद करता है
- त्वचा को साफ करता है
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शिकाकाई बालों में कैसे लगाएं
बालों को मुलायम और मजबूत बनाने के लिए शिकाकाई, आंवला और रीठा पाउडर को बराबर मात्रा में पानी में मिला लें। यह मिश्रण न ज्यादा गाढ़ा और न ज्यादा पतला होना चाहिए और फिर इसे रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह इस मिश्रण से अपने हाथों से हल्की मालिश करें। मसाज करने के बाद इसे बालों पर 15 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर बालों को धो लें।
शिकाकाई को शैंपू की तरह इस्तेमाल करने के लिए आप 2-3 चम्मच शिकाकाई पाउडर और 2-3 चम्मच पानी मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण से बालों और स्कैल्प को अच्छी तरह धो लें। यह सामग्री केवल एक बार उपयोग के लिए पर्याप्त है।
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शिकाकाई के नुकसान
- इससे बाल धोने पर झाग नहीं निकलता। इसका इस्तेमाल करना एक बोझिल काम है।
- रोजाना इस्तेमाल करने पर स्कैल्प का ऑयली होने जैसी समस्या हो जाती है।
- शिकाकाई के ज्यादा इस्तेमाल से अस्थमा और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- त्वचा की एलर्जी, घबराहट या बेचैनी या शुष्क त्वचा आदि की समस्या हो सकती है।
शिकाकाई का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है?
इसे सीमित मात्रा में इस्तेमाल करना काफी सुरक्षित है। हालाँकि, यदि आप किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित हैं, या यदि आप गर्भवती हैं या बच्चे को स्तनपान करा रही हैं, तो शिकाकाई का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना सुनिश्चित करें। साथ ही शिकाकाई के अधिक सेवन से भी बचें। शिकाकाई के बीजों का इस्तेमाल करना हानिकारक साबित हो सकता है। रोजाना शिकाकाई का प्रयोग न करें।
हालांकि, हर किसी को इन दुष्प्रभावों का सामना नहीं करना पड़ता है या हो सकता है कि अलग-अलग लोगों को अलग-अलग दुष्प्रभावों का सामना करना पड़े। इसके अलावा ये दुष्प्रभाव अन्य कारणों से भी हो सकते हैं। इसलिए, अगर आपको इनमें से किसी भी समस्या का अनुभव होता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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